देश में हर वर्ष लाखों की संख्या में किताबें प्रकाशित होती हैं। किसी एक भाषा में लिखी पुस्तक अगर पाठकों के दिल को छू गई तो दूसरी भाषा में भी उसकी सफलता की संभवना बढ़ जाती है। ऐसे में उस पुस्तक का किसी अन्य भारतीय भाषा या किसी फॉरेन लैंग्वेज में अनुवाद कराने की आवश्यकता होती है। एक अच्छा अनुवादक तलाशने का काम अक्सर प्रकाशक ढूंढने से पहले करना जरूरी होता है। क्योंकि अगर पुस्तक का अनुवाद मूल कृति के भाव या अभिव्यंजना के स्तर जैसा नहीं होगा तो अनूदित किताब पाठकों के दिल में वैसी जगह नहीं बना सकेगी जैसी मूल कृति की है। प्रोलिंगो एडिटर्स की टीम को पुस्तकों के अनुवाद में खास महारत हासिल है। किसी भारतीय भाषा में अनुवाद हो या विदेशी भाषा में, प्रोलिंगो एडिटर्स की इनहाउस टीम और स्वतंत्र अनुवादकों के पैनल में ऐसे अनुवादक हैं, जिन्होंने स्वयं पुस्तकें लिखीं और अनूदित की हैं। इतिहास, साहित्य, कानून, विज्ञान, राजनीति, अर्थशास्त्र आदि विषय कोई सा हो, प्रोलिंगो एडिटर्स की अनुवाद टीम में सभी विषयों के जानकार हैं। वे विषय की गंभीरता, उसकी शब्दावली, अभिव्यक्ति, सभी बारीकियों को बेहतर ढंग से समझते हुए कथ्